धार्मिक कहानियों से तो हम सब वाकिफ है कभी ना कभी हमें हमारे दादा जी या नाना जी ने कहानियां सुनाई हुई है लेकिन अब जब विज्ञान इतनी तेजी से तरक्की कर रहा है तो हमें शंका होती है कि क्या वह सच होती भी थी या नहीं।
ना तो हमने इनको देखा है ना ही महसूस किया है फिर भी करोड़ों लोग इनकी पूजा करते हैं। कई लोग मूर्ति की प्रतिमा की पूजा करते हैं तो कई लोग तस्वीर की प्रतिमा को पूजते हैं। हर धर्म के अलग अलग भगवान है और हर धर्म बस अपने भगवान को पूजता है। लेकिन हर धर्म के भगवान ने बस एक ही बात कही है कि भगवान सिर्फ एक है।
Top 10 Religious Myths
आइए जानते हैं एसे ही कुछ धार्मिक मिथको के बारे
1.हिंदू धर्म में माना गया है कि 330 मिलीयन भगवान है
लेकिन यह बात बिल्कुल गलत है क्योंकि हिंदू धर्म में बस तीन बड़े भगवान को पूजा जाता है और बाकी सारे उनके अवतार हैं।
2.हिंदू धर्म के सारे लोग गाय की पूजा करते हैं।
हम सभी जानते हैं कि हिन्दू धर्म मे गाय को माँ के समान माना गया है, और इसको पूजा भी जाता है। लेकिन यह बिलकुल गलत है सभी हिन्दू गाय कि पूजा करते है। बल्कि वे सब को एक तरीके का ही मानते हैं क्योंकि हिंदू धर्म के अनुसार हर जीवित प्राणी में एक आत्मा होती है भले ही हिंदू धर्म में गाय की एक खास जगह है लेकिन सारे हिंदू गाय को नहीं पूजते।
3.सारे हिंदू शुद्ध शाकाहारी होते हैं।
यह बात सरासर गलत है क्योंकि ज्यादातर हिन्दू शाकाहारी होते हैं, लेकिन सारे नहीं।
4.ज्यादातर मुस्लिम अरबी है।
यह तो कई जगह माना गया है कि इस्लाम धर्म का विस्तार अरब से हुआ है। लेकिन इसका यह मतलब बिलकुल भी नही है कि दुनिया मे इतने भी मुसलमान है वह सारे अरबी है। अरब एक देश है और वहाँ के रहने वाले अरबी। दुनिया के 20% मुसलमान अरबी देशो मे रहते हैं। इंडोनेशिया एक ऐसा देश है जिसकी आबादी मे सबसे ज्यादा मुसलमान रहते है। यह संख्या लगभग 12.7 हैं। एशिया में तकरीबन 69% लोग मुस्लिम है
5.इस्लाम औरतों का सम्मान नहीं करता।
यह बिल्कुल गलत वाक्य है क्योंकि औरतों को सम्मान और अधिकार देना हर धर्म की जिम्मेदारी होती है। कई इस्लामिक देश औरतों को उनका अधिकार नहीं देते और गलत तरीके से व्यवहार करते हैं लेकिन इस्लाम में ऐसा कहीं नहीं कहा गया। इस्लाम एक ऐसा धर्म हैं, जिसमे औरतों और आदमियों को समान सम्मान और अधिकार दिये गए। इस्लाम धर्म मे कहीं भी औरतों पर पाबंदी नही लगाई गयी है, और न ही ऐसा कही भी कुरान शरीफ मे लिखा हैं। यह बस लोगो ने अपने मन से बना लिया है की इसमाल मे औरतों का सम्मान नही होता है।
6.सारे मुसलमान आतंकवादी होते हैं।
यह बात दुनिया के कई लोग बोलते हैं और मानते हैं कि दुनिया में जितने भी मुसलमान है वह सारे खतरनाक और आतंकवादी होते हैं। लेकिन यह बात बिल्कुल गलत है क्योंकि आतंक को किसी धर्म के साथ कभी नहीं जोड़ा जा सकता और इस्लाम में भी सिर्फ शांति का संदेश दिया गया है। मुसलमानों को बहुत बुरा लगता है जब उनको आतंकवाद या खतरनाक बोला जाता है जबकि उनका धर्म उनको सिर्फ शांति का प्रतीक देता है।
7.मुस्लिम सिर्फ चांद की पूजा करते हैं।
कई लोग ऐसा मानते हैं कि अल्लाह एक अरबी भगवान है लेकिन असल में अल्लाह का मतलब एक सच्चा भगवान होता है। मुस्लिम बस एक भगवान को मानते हैं- अल्लाह। मुस्लिम सिर्फ और सिर्फ अल्लाह को मानते हैं, और इस्लाम कहता है कि अल्लाह एक है। इस्लाम धर्म मे अल्लाह के अलावा किसी और को नही माना जाता है, न ही किसी प्रकार कि मूर्ति पूजा को और न ही चाँद को।
8.मुसलमान जीसस मैं विश्वास नहीं रखते।
यह वाक्य भी गलत है क्योंकि कुरान के कई कहानियों में जीसस (ईसा) के जिंदगी और उनकी शिक्षा के बारे में जिक्र किया गया है। हाँ यह बात बिलकुल सही है कि मुसलमान सिर्फ अल्लाह को मानते है, पर एसा बिलकुल भी नही हैं कि वो बाकी सही चीज़ों मे विश्वास नहीं करते है।
9.जीसस एक भगवान है।
कई लोग ऐसा मानते हैं कि ईसाई धर्म में बस जीसस भगवान है लेकिन यह बात गलत है क्योंकि जीसस अपने आप को एक शिक्षक और अच्छा इंसान मानते थे और वे भगवान नहीं भगवान के भेजे हुए बेटे थे।
10.हिंदू औरतें जो अपने माथे पर लाल बिंदी लगाती है वह शादीशुदा होती है।
यह बात पहले मानी जा सकती थी क्योंकि पहले के समय में लाल बिंदी लगाने का मतलब था कि औरत शादीशुदा है लेकिन आजकल हर लड़की अपने माथे पर बिंदी लगाती है।
-सिद्धार्थ विक्रम